खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) की स्थिति के लिए मशहूर मुंबई शहर में झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाली आबादी के लिए सामुदायिक शौचालयों की संख्या निराशाजनक रूप से कम है। एनजीओ प्रजा की वार्षिक रिपोर्ट ‘स्टेटस ऑफ सिविक इश्यूज’ 2023 के निष्कर्षों के अनुसार, शहर में कार्यरत 82,407 सामुदायिक शौचालय सीटें झुग्गी-झोपड़ियों की आबादी के केवल एक तिहाई हिस्से की सेवा करने के लिए पर्याप्त हैं।