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मुंबई मे आज भी 858 दवाखानो की कमी

बढ़ती जनसंख्या के आधार पर लोगों को स्वस्थ्य संबंधी सुविधा उपलब्ध कराने में शासन और प्रशासन फ़ैल साबित हो रहे है, जिससे मौजूद चिकित्सा व्यवस्था पर दबाव बढ़ता जा रहा है|